लगता है करता रहूँ मैं तुमसे यूँ ही दिल की बात । बिना थके , बिना रुके सारा दिन , सारी रात । इधर-उधर की ; गांव, शहर की सुबह , शाम की ; दोपहर की । रख दूँ तेरे सामने खोल दिल के सारे जज़्बात । लगता है करता रहूँ मैं तुमसे यूँ ही दिल की बात ॥ #feelings #intensefeelings