प्यारे दोस्त ना जाने कहां मेरे प्यारे दोस्त खो गए। मेरे हमजोली, मेरे राजदार दूर मुझ से हो गए। उनके साथ हम भी तन्हा हो गए। वो हसीं, वो ठिठोली ना रही अब। बस खोखली मुस्कराहट रह गई। वीरान हो गई दिल की महफ़िल। मायूसी ही दामन में रह गई। दिल के दर्द दिल में ही दब के रह गए। सुनाते किसे, सुनने वाले ही गायब हो गए। ना जाने कहां मेरे प्यारे दोस्त खो गए....... ©Ramnik #PoetInYou#प्यारेदोस्त