आज सब मदर्स डे यानी कि मां का दिन मना रहे है अपनी मां, नानी, दादी की तस्वीर हर जगह लगा रहे है अरे कुछ तो ऐसे है भी जिन्हे कदर तक नही होती बुजुर्गो की आज दिखावे के लिए देखो कितना उत्साह दिखा रहे हैं!! यूं ही किसी से पूछ लिया मैंने की ये मदर्स डे क्यूं मानते हो अपनी मां को सिर्फ एक दिन के लिए ही बस खास बनाते हो अरे मां या बाप का कोई दिन नहीं बल्कि पूरा जीवन उन्ही का होता है तो वो बोला अरे भाई तुम अपना काम करो ना हमे क्यूं ज्ञान सुनाते हो!! पर मैने उसकी बात का बुरा नही लगाया और अपना सवाल फिर से दोहराया पहले तो भड़का फिर खुद को संभाल कर ये बोला सुनो मदर्स डे दिखावे के लिए मनाते है हम भी जमाने के साथ चलते है बस ये दिखाते है!! और हां सच कहते हो तुम की मां बाप को सिर्फ एक दिन में नही बांध सकते पर मेरे भाई लोगो के बीच में खुद को गंवार भी तो नहीं मान सकते!! कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi #लाइक_सेयर_फोलो_प्लीज #MothersDay