आतंकवाद तू बता धर्म के नाम पर धर्म स्थलों को आघात किया आतंकवाद तू बता जरा, आखिर ऐसा क्यों किया ? कभी तूने हिन्दू को इस्लाम पर खतरा बताया, कभी इस्लाम का टोपी पहने कतलेआम खूब किया, न बख्शा हिन्दुओं को और न मुस्लिमों पर दया दिखाया, आड़ लेकर धर्म की, धर्मावलंबियों का रक्तपात किया आतंकवाद तू बता जरा, आखिर ऐसा क्यों किया ? हिन्दू - मुस्लिम दंगो से अभी जी भरा न तेरा ईसाईयों को अंधाधुंध जी भर के अनाथ किया, तू बता तो कभी, किसने तेरा नुकसान किया ? कराह रही इंसानियत, धर्म ने भी अब चीत्कार किया, आतंकवाद तू बता जरा, आखिर ऐसा क्यों किया ? क्या सता सुख की आकांक्षाओं ने तुझे मजबूर किया, या कभी किसी ने तेरे दिल को शूल किया, किस अभिलाषा को पाने को तूने ये नरसंहार किया, क्या किसी सोनिया ने है, तुखे मनमोहन बनाया, आतंकवाद तू बता जरा, आखिर ऐसा क्यों किया ? तेरी हर शर्मनाक कारनामे ने है स्पष्ट किया, न कोई मजहब तेरा, न कोई धर्म तूने अनुसरण किया, हां संभवतः है किसी धूर्त ने तुझे टेक दिया, समझ ले तू तेरे कुकर्मों ने तेरा अब अंत किया, आतंकवाद तू बता जरा, आखिर ऐसा क्यों किया तू सुन तेरी ऐसी कुकृत्यों ने लोगो को मर्माहत किया शीर्ष बैठे अमन के ठेकेदारों को भी मजबूर किया, चलो मिल करते है सफाया, सबने एकस्वर हो उद्घोष किया, अब तो तू है इस जहां से चलने ही वाला, आतंकवाद तू बता जरा, आखिर ऐसा क्यों किया ? अमित गुप्ता #Shri_Lanka #Terror@Religion