बेख़ौफ़ सा उडता परिंदा था मैं गलती महज इतनी थी की उनके झुठे इश्क के पिंजरे मे कुछ सा जखड गया था मैं. बेखबर सा एक दीन उन्होंने अनजान कह के आजाद कर ही दिया हमे उडना तो चाहा बहुत तो पता चला उनकी बेखबर - ए - रुखसत का राज अरे कैसे? कोई? क्यू? काटे कीसिके साथ इक भी पल जब किसी परिंदे के कट ही चुके हो पर ...... बोध:- जब तक तुम्हारे पास सबकुछ हैं तब तक सब तुम्हारे हैं . ✍️✍️Jitendra Insta-@andaz_e_shayrana_143. ©silent knight 🤴 #बेख़ौफ़ #परींदा #पिंजरे #jhuthapyar #पर #heartbroken #Heartbeat #injured #Birds