अयोध्या नगरी का बढ़ गया मान जब धरती पर अवतरित हुए श्री राम! किया उन्होंने जन कल्याण करा माता-पिता का सदा सम्मान। आज्ञा पालन करने हेतु वे पहुँच गए वनवास को, संग माँ सीता, लखन भी पहुँचे बढ़ाया श्री राम के अभिमान को। हर लिया माँ सीता को रावण ने हुआ संताप प्रभु राम को, लखन भी व्याकुल हो पड़े ठेस लगी स्वाभिमान को। दिया रावण को इसका दंड भेजा पवनपुत्र हनुमान को, आग लगा कर लंका में उजाड़ा रावण की झूठी शान को। जा पहुँचे सियावर राम जब लंका लेकर अपनी भीषण वानरसेना। किया संहार दुष्ट राक्षसों का छँटने लगी दुखों की रैना। अंत हुआ पापी रावण का जिसने किया सीते का अपमान, हुआ भला लंका नगरी का मिला उनको उनका सम्मान। लौटी माँ सीते और राम लखन मनाई खुशियाँ अयोध्या नगरी ने, जलाए घी के दीप शुरू हुआ चलन उनके आगमन की खुशखबरी में। अयोध्या नगरी का बढ़ गया मान जब धरती पर अवतरित हुए श्री राम! किया उन्होंने जन कल्याण करा माता-पिता का सदा सम्मान। आज्ञा पालन करने हेतु वे पहुँच गए वनवास को, संग माँ सीता, लखन भी पहुँचे बढ़ाया श्री राम के अभिमान को।