इतनी आभा है, क्या ख़ुदा का नूर हो, कोई परी या जन्नत से उतरी हूर हो, दिल से तुम्हें चाहा, तुम्हें ही पाया है, तेरी छवि मेरे अंतरंग में समाया है, मैं तो अपनी सुध-बुध खो बैठा हूँ, तेरा नूरानी चेहरा जब सामने आया है। Challenge-6 #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #तेरा_नूरानी_चेहरा 👔- सभी लेखक अपनी रचना 6 लाईन में लिखें । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल शाम 7 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- सभी लेखक ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔- धन्यवाद । #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with प्रेम लेखन