।।तुम ही हो बस प्यार मेरा।। तुम हो अनूप तुम कुसुम कली ,तुम जीवन का आधार मेरा, तुमको सोचूँ तो लगता है,तुम ही जीवन का सार मेरा। मै प्यासा हूँ तुम कुआ हो , तुम दरीया तो मै किनारा हूँ , तुम हो गुलाब सी कोमल तो ,मै कांटा उस गुलाब का हूँ । तुम हो सावन सी हरियाली ,मै बसंत का नभसंचार तेरा, क्या कहूं और मै तेरे लिए , तुम आन बान सम्मान मेरा। तुम जैसी कोई ना दुनिया मे , तुम एकमात्र हो प्यार मेरा, तुम करो प्रेम माँ सीता सा , मै बनूं राम ये विश्वास मेरा । तुम प्राण बल्लभा प्राण प्रिय , मृगनेनी तुम अनुराग मेरा ।। ©Jay gopal Sharma #tumaurmain #Love #merasabhaitera #tumjaanhomeri