तुम्हारा आँचल ये आसमानी फिर आँखों में क्यों खारा पानी जी समंदर सिर क्यों धुनता तुम दुआ हो ख़ुद शादमानी तेरा नशेमन ये बागबानी! तल्ख़ और मौसम है तूफ़ानी... दिल के साहिल पे चोट कितनी कितने लहरों की ज़ुबानी हर लहर माँ! "माँ" कह रही है हज़ार किस्से और कहानी घर की चौखट! और दीवारें... घर का दिल!सब तेरी निशानी तेरे आँचल में खेले बन के चाँद! सूरज! घटा दीवानी झूम जाए दिल ये काफ़िर चैन आए वो रूहानी... लिपटाए आँचल ये आसमानी बरसे बादल भीगे पानी तेरे शबनमी जी का ज़ादू खिले ज़मीं पे धानी-धानी जैसे आँखों में सब्ज़ तेरी तस्वीर खिलती है सुहानी हो कोई मौसम कोई आलम सर पे तेरा आँचल आसमानी रहती दुनियाँ तक रहे तू और जज़्ब तेरी हर निशानी #onlytoyou#mymummy#mylove#mylife#yqlife#yqeternity