मन मस्तिष्क में कोलाहल सा भर गया है, दिल भी कुछ तंग तंग सा हो गया है, आँखो में धुआँ धुआँ सा भर गया है शख़्स समस्याओं का अंतहीन, सड़क सा हो गया है, लगता है इंसान भी कुछ महानगर सा हो गया है.... #कोलाहल#धुआँ#महानगर#सड़क# #YQdidi#YQbaba#YoPoWriMo