धारणाएं। हम परिभाषाओं में जीते हैं और हमें सब कुछ उसी परिभाषा के अंदर चाहिए। कोई व्यक्ति या विचार उस परिभाषा से बाहर चला जाता है तो हमें समझ नहीं आता। मेरे जीवन में शायद मैं आजतक किसी ऐसे इंसान से नहीं मिला जिसने मुझे ये न कहा हो कि मैं समझ में नहीं आता। मेरे ख्याल से ..सभी के साथ होता ऐसा ...बस महसूस सब को नही होता .#विचारहीन, #Nojoto