Dil #Me_too : दो पक्ष पहले आग से खेलने का शौक था तो शोलों को दबाया क्यूं, अब कोई तो हवा दे, इस गर्मी ने सताया बहुत है। (2) वो जो शोला दबाया था कभी उससे भीतर जान लेवा गर्मी है, ए खुदा उसपर पानी फेर दे, पंखा झलने से तो भड़कता बहुत है।