तकलीफों में भगवान भी अपने लगते हैं बड़े बनने के ख्वाब मन में पलते हैं उम्मीद लिए हर किसी से मदद की उदास मन से इधर उधर चलते हैं लेकिन जब रंग लाती है इनके बड़े बनने की मेहनत तब ये भूल कर अपने भूत की बातें अपने जैसों पर मदद करने की बजाय बड़ी तुच्छ दृष्टि रखते हैं... “ये दुनिया है जनाब यहां लोग अपनी बुरी परिस्थितियों में ही जीवन की सीख देते हैं...” तकलीफों में भगवान भी अपने लगते हैं बड़े बनने के ख्वाब मन में पलते हैं उम्मीद लिए हर किसी से मदद की उदास मन से इधर उधर चलते हैं लेकिन जब रंग लाती है इनके बड़े बनने की मेहनत तब ये भूल कर अपने भूत की बातें