हम दिलों के दरवाजे खोल जाते हैं हम कलम के धनी हैं हाल-ए-ज़िंदगी पल में बयान कर जाते हैं जो कहते नहीं लोग होठों से हम काग़ज़ पर वो इतिहास लिख जाते हैं हाँ कवि हैं हम कविता में हाल-ए-दिल कह जाते हैं जो उभर रहा चेहरों पर शब्दों के रेखाचित्र में दिखा जाते हैं! 🌹 सुप्रभात। हम शब्दों के चित्रकार, नई शक्लें बनाते हैं। #शक्लेंबनातेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi