आंखो में नमी ख़तम हुई ही थी पलको को भिगोने फिर आ गए तुम हवाओं ने रुख मोड़ा ही था कि बनके बारिश बरसने फिर आ गए तुम। #love आंखो में नमी ख़तम हुई ही थी पलको को भिगोने फिर आ गए तुम हवाओं ने रुख मोड़ा ही था कि बनके बारिश बरसने फिर आ गए तुम। #dard_bolta_hai