इस कृत्रिम युग में संबंध भी कृत्रिम हो गये हैं अब संबंध स्थापित नहीं अपितु संबंधों का आविष्कार होने लगा है तो भइया नवनिर्मित वस्तुओं में खराबी होना तो स्वाभाविक है ।। हमे तय करना होगा की हमारे संबंध स्वाभाविक हो या बनावटी ।।