पहले प्राय: होली को महसूस किया करता था यह सोचकर कि मुझे मिलोगी तुम तब कुसुम भी रंग-बिरंगे दिखाई देते थे लेकिन लंबे समये से प्राप्त विरह के कारण दुनिया दिखने लगी ब्लैक-एण्ड-वाइट, चली गयी सपनों के घर की लाइट तो कविता भी होली से हट गयी क्योंकि तुम नहीं हो। ...✍विकास साहनी ©Vikas Sahni #होली#से#हट#गयी#विकास#साहनी #Happy_holi