World Book Day क्यों तुझसे दूरी बना ली है व्यस्तता को मजबूरी बना ली है कभी तुझ बिन नींद नहीं आती थी फोन ने अब जगत में पकड़ बना ली है वो पन्नों की खुशबू अब भी ताज़ा सी है वो हाथों में लेकर सो जाना आता है याद बहुत किसी कोने में अब भी ढूंढ़ती हूं तुम्हे व्यस्तता में भी फिर से जीना चाहती हूं वो लम्हे ।। #world_book_day #mybook#feelings#NC