आ लौट चलें फिर वही तू फिर वही मैं जान सके भूख, भोक्ता-भक्ष्य को जीत सकें क्षुधा माया प्रवेश को। 🤓#शुभरात्रि🤓☕☕🍫🍫🌹💠🙏💠🙏💠🤓🙏💠 माया रूप कामना घेरती है जाल में, माया शरीरों को, आनन्द के परिवेश में, आत्मोन्मुखी होकर विज्ञान-बुद्धि से झंकृत करती है