हम तुम मिले न थे तो जुदाई का था मलाल अब ये मलाल है कि तमन्ना निकल गई #जलील मानिकपूरी देखा जो हुस्न-ए-यार तबीअत मचल गई आँखों का था क़ुसूर छुरी दिल पे चल गई