World Ozone Day समताप मंडल में स्थित ओजोन परत समस्त भूमण्डल के लिए एक सुरक्षा कवच का काम करती है। यह सूर्य की हानिकारक बैंगनी किरणों को ऊपरी वायुमण्डल में ही रोक लेती है, उन्हें पृथ्वी की सतह तक नहींं पहुंचने देती। पराबैंगनी विकिरण मनुष्य, जीव जंतुओं और वनस्पतियों के लिए अत्यंत हानिकारक है। ओज़ोन परत पृथ्वी के वायुमंडल की एक परत है जिसमें ओजोन गैस की सघनता अपेक्षाकृत अधिक होती है। ओज़ोन परत के कारण ही धरती पर जीवन संभव है। यह परत सूर्य के उच्च आवृत्ति के पराबैंगनी प्रकाश की 93-99 % मात्रा अवशोषित कर लेती है, जो पृथ्वी पर जीवन के लिये हानिकारक है। पृथ्वी के वायुमंडल का 91% से अधिक ओज़ोन यहां मौजूद है।आज विश्व की बढ़ती जनसंख्या के साथ बड़े-बड़े कल कारखाने और फ्रिजों की बढ़ती तादात से हमारे वायुमंडल के साथ ओजोन परत को भी नुकसान पहुंच रहा है। जहां कल कारखाने वायुमंडल को प्रदूषित करते हैं वहीं फ्रिज से निकलने वाली सीएफसी (क्लोरो फ्लोरो कार्बन) ओजोन की परत को नुकसान पहुंचा रही है। वृक्षों की अंधाधुंध कटाई और बढ़े कल कारखानों से होने वाले प्रदूषण व फ्रिज से निकलने वाली (सीएफसी) से 2 फीसद ओजोन पर्त को नुकसान हो चुका है। जिसके कारण गर्मी बढ़ने लगी है। त्वचा कैंसर सहित अन्य रोग बढ़ने लगे हैं। कृषि को नुकसान हो रहा है। इसको बचाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में वृक्षों को लगाना होगा। #OZONE ✍