भारत की आबादी इतनी अधिक है कि अगर एक दिन में एक लाख भी मर जाएं तो भी इस देश में कुछ नहीं फर्क पड़ेगा। फ़र्क बस दो जगह दिखाई देगा एक जिसने खोया है और दूसरा गिनीज बुक में एक रिकॉर्ड और दर्ज हो जाएगा। खोने वाले भी महामारी ख़त्म होने पर खुश होंगे की चलो मैं बच गया। और सब भूल कर आगे बढ़ जाएंगे, क्योंकि सभी को पता है मृत्यु सत्य है, मृत्यु को तो बहाना चाहिए आज कोरोना है,कल भूकम्प , परसों सुनामी, और सड़क दुर्घटना यह तो चलता रहेगा। निश्चिंत रहिए, घर पर रहिए, हंसते रहिए। भारत की आबादी इतनी अधिक है कि अगर एक दिन में एक लाख भी मर जाएं तो भी इस देश में कुछ नहीं फर्क पड़ेगा। फ़र्क बस दो जगह दिखाई देगा एक जिसने खोया है और दूसरा गिनीज बुक में एक रिकॉर्ड और दर्ज हो जाएगा। खोने वाले भी महामारी ख़त्म होने पर खुश होंगे की चलो मैं बच गया। और सब भूल कर आगे बढ़ जाएंगे, क्योंकि सभी को पता है मृत्यु सत्य है, मृत्यु को तो बहाना चाहिए आज कोरोना है,कल भूकम्प , परसों सुनामी, और सड़क दुर्घटना यह तो चलता रहेगा। निश्चिंत रहिए, घर पर रहिए, हंसते रहिए।