शाम सवेरे मैं तो देखूँ , सिर्फ तुम्हारी राह। दिल को भी मेरे रहती है, एक तुम्हारी चाह। मुझको न सताओ जी इतना,आ भी जाओ पास। दिल के मंदिर की देवी बन, हो जाओ तुम खास। #सरसी_छंद #ख़ास #विश्वासी