अंजान शहर में दोस्त अपना ये पुराना चाय का ये नुक्कड़ यादों का ये तराना भूली-बिसरी संगत का मीठा सा नज़राना यों मुस्कुरा के मिलना चाहे जहाँ भी जाना #teetotaller