गर्मी और पसीना से अब राहत मिलने वाली है। लगता है दो-चार दिनों में बारिश आने वाली है। आसमा पर फिर घनघोर घटाएं छाने वाली है। सुखी प्यासी धरती की प्यास बुझाने वाली है। पोखर,नदी,तालाबों से जलधारा चलने वाली है। सज-धज कर फिर"धरती" अपनी"दुल्हन"बनने वाली है। #मॉनसून #monsoon