जब ध्येय हो प्रदर्शन तब आंख बंद कर ना चला जा सकता है,, करना ही पड़ता है दर्शन.. वो बात दीगर है उन्मुक्त हो सीमा न लांघे करना है प्रशंसा जो ईश्वर कृति की तो मुक शब्दों से दिल ही दिल में कर ले.. हरी ॐ.. ॐ नमोह नारायणा...🙏🙏 #ध्येय #YourQuoteAndMine Collaborating with आशीष मुरादाबादी