मुल्क़ की नई तस्वीर बनाने को बैठे है रोज रोज के हादसे चिढ़ाने को बैठे है -आकिब जावेद एक शेर' मुल्क़ की नई तस्वीर बनाने को बैठे है रोज रोज के हादसे चिढ़ाने को बैठे है -आकिब जावेद #akib #कुशीनगर_हादसा #Nojoto #kavishala