अबे, सुन बे गुलाब भूल मत जो पाई खुशबू, रंगोआब, खून चूसा खाद का तूने अशिष्ट, डाल पर इतरा रहा है कैपिटलिस्ट; - Suryakant Tripathi "Nirala" waah.. #suryakanttripathinirala #yqbaba #hindi #hindipoet #roseday