मुझ पर न जाने ये कैसी इनायत हुई है। मेरे हिस्से के हर दुःख में रियायत हुई है। मिला है बिन माँगे ही सब कुछ ऐ ख़ुदा! जैसे खुशियों की दुःखों से अदावत हुई है। Hello peep's, welcome to HUSH & HUMS This post is open for Collaboration 🥳 Write with us on our beautiful Backgrounds if you like them ☺️ Also get feedback for your writing from our side (Optional)🍀 Everyone is equally important🍀💖