तानों की बारिश हो रही थी दर्द के ओले पर रहे थे और चाँद आया एक पोस्त की तरह ; ना जाने क्यों ना मालूम सी घुटन हो रही थी, खुले आसमान की शैर कराने आया चाँद एक दोस्त की तरह ; ख़ामोशी भरे लम्हों को, मेरी अनकही बातों को हृदय में बसी जज़्बातों को, उलझन भरी निगाहों को क्या खू़ब है पढा चाँद मुझे मेरी रूह की तरह ; जब जिंदगी से नाउम्मीद, खुद से ख़फ़ा हो सिसक रहे थे किसी कोने में, तारों से भरा थाल सजा लाया मेरे झरोखे पर चाँद किसी ख़्वाब की तरह ; मेरे हर खुशी में, ग़म में मेरे हर पल में है समाया चाँद किसी नायाब की तरह.... चाँद एक दोस्त की तरह.. ©S s kushwaha #deepthoughts #heartbreak #bestpoetry#moonpoetry#chaand #deepmeanings #deepfeelings #loneliness #alone #Moon