तसव्वुर के उजाले में हर इक सच को अयां कर दे, ख़यालों को ज़ुबां देकर मुझे तू बेज़ुबां कर दे।। सितम कितने हुए दिल 💕 पर कभी आकर के देखे वो, यहां पत्थर ही पत्थर है यहां पर इक मकां कर दे।। ज़माने भर की दौलत सल्तनत सबकुछ उन्हें दे दे , मुझे मिल जायेगी जन्नत, मेरे हिस्से में माँ कर दे।। कभी आँगन में जिनके चांदनी रातें नहीं उतरी, सितारों को ज़मीं पर ला घरों को कहकशां कर दे ।। -"Ali" #aliem #yqbhaijan #tasawwur अयां - to disclose तसव्वुर - imagination