सुहाना है, हक़ीक़त से यह बेगाना है दिल इसका हद से ज्यादा दीवाना है चेहरा एक जो अब लगता पुराना है ख़्वाब में वो लगता जाना-पहचाना है ना छू पाते दिलबर को दूर जो वो है ख़्वाब में तो यह इश्क़ का बहाना है मनमोहक मुस्कान रोज मिलती नहीं ख़्वाब में तो मुस्कुराता यह परवाना है इंतज़ार करके यूँ थक गए कब से हम मुलाकात कराता, इसका नजराना है ग़ज़ल:_ ख़्वाबो वाला इश्क़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkpc23 #विशेषप्रतियोगिता #कोराकाग़ज़ #ishq #इश्क़