कभी कजरा सा काला रहूं, कभी धुंये सा सफेद होजाऊं, कभी हूंकार कर गरजूं मै, कभी बरस कर मेघ होजाऊं, कभी शीतल फुहार बन बरसूं, कभी अपना वेग खोजाऊं, कभी राहत का रुप बनू मै, कभी आफत का मेघ होजाऊं... #मेघ #हिंदी #कविता #poetry #megh #hindi #yopowrimo #yqbaba #yqdidi