खाव्हिशे नफ़्स दिल रूहे जा । इश्के मौला सजाना पड़ेंगा । जिस्मो जा मे मेहक तुमसे है । इसे हर दम निभाना पड़ेंगा ।। ...... शाने आदम है नहनु अकरब । ओर रूह मे अंफुसी कुम । इनल्लाह खलाका भी है । बे से हर दम सजाना पड़ेगा ।। ..... ख़ौफ़े खुदा नही तो यहाँ । पढ़के आलिम बने भी क्या । इश्के खुदा नही तो यहाँ । जालिम बनके ही जाना पड़ेगा ।। ..... फतेह उनकी हुवी है वहाँ । नफ़्स पे काबू जिनका यहाँ । खुद खुदी से जुदा ना खुदा । बेदम अतिफ मे लाना पड़ेंगा ।। #सूफ़ी #आशिक़ी #अतिफ #thirdquote