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।। ओ३ म् ।। उपनिषदं भो ब्रूहीत्युक्ता त उपनिषद् ब

।। ओ३ म् ।।

उपनिषदं भो ब्रूहीत्युक्ता त उपनिषद् ब्राह्मीं वाव त उपनिषदमब्रूमेति ॥

तुमने कहा-''उपनिषद्६ का प्रवचन कीजिये''; तुम्हारे लिए उपनिषद् का प्रवचन कर दिया है। निश्चित रूप से यह ब्राह्मी (ब्रह्मज्ञान सम्बन्धी) उपनिषद् है जिसका हमने उपदेश दिया है। ६उपनिषद् का तात्पर्य है अन्तरज्ञान, वह ज्ञान जो परम सत्य में प्रवेश करता है और उसमें प्रतिष्ठित हो जाता है।

Thou hast said “Speak to me Upanishad”; spoken to thee is Upanishad. Of the Eternal verily is the Upanishad that we have spoken.

केनोपनिषद चतुर्थ खंड मंत्र ७ #केनोपनिषद #उपनिषद #ब्रह्मज्ञान
।। ओ३ म् ।।

उपनिषदं भो ब्रूहीत्युक्ता त उपनिषद् ब्राह्मीं वाव त उपनिषदमब्रूमेति ॥

तुमने कहा-''उपनिषद्६ का प्रवचन कीजिये''; तुम्हारे लिए उपनिषद् का प्रवचन कर दिया है। निश्चित रूप से यह ब्राह्मी (ब्रह्मज्ञान सम्बन्धी) उपनिषद् है जिसका हमने उपदेश दिया है। ६उपनिषद् का तात्पर्य है अन्तरज्ञान, वह ज्ञान जो परम सत्य में प्रवेश करता है और उसमें प्रतिष्ठित हो जाता है।

Thou hast said “Speak to me Upanishad”; spoken to thee is Upanishad. Of the Eternal verily is the Upanishad that we have spoken.

केनोपनिषद चतुर्थ खंड मंत्र ७ #केनोपनिषद #उपनिषद #ब्रह्मज्ञान