चांद न होता,तो मुझे चांदनी की याद न आता। चांदनी न होती,तो ऐ प्यार का शुरुआत न होता।। दिल के दर्द,यूँ लब्ज़ बनकर बयां न होते। अगर मेरा यार मुझसे जुदा हुआ न होता।। - महेन्द्र मध्देशिया #gif बालकवि व शायर महेन्द्र मध्देशिया चांद न होता,शायर महेन्द्र मध्देशिया