अपि स्वर्णमयी लंकानमे लक्ष्मण रोचते ! जननी जन्म भूमस्य स्वर्गादपि गरीयसी !! श्रीराम के द्वारा जब रावण को मार दिया गया तो विभीषण ने आग्रह किया कि प्रभु आप ही लंका का राज्य सम्हालिये । राम बोले विभीषण जी अभी मुझे पितृ ऋण चुकाने हेतु अयोध्या जाना होगा कर पाएं तो आप लक्ष्मण से पूछिए । तब विभीषण जी ने लक्ष्मण से पूछा तो उन्होंने जबाब दिया कि------ 💠"आपकी लंका भले ही सौने की है किन्तु सास्त्र कहते हैं कि जन्म देने वाली माता और प्रथम धारण करने वाली भूमि तो स्वर्ग से भी बढ़कर होती है" ।💠 इसलिए मैं भी यह लंका स्वीकार नहीं कर सकता आप की माता और जन्मभूमि यही है इसलिए आप ही यहां पर राज कीजिये । 💠 दशहरा हर बर्ष मनाते हैं रावण भी जलाते हैं । स्वर्ग को अपने आप हम वृद्धाश्रम में छोड़ आते हैं ।क्या इस तरह हम अपने घर को लंका नहीं बनाते हैं। #पंछी