औरत जितनी समझदार उतने ही हम मर्द नादान है. भले हीं हम उसके जिस्म से वाकिब रहे,मगर रुह से उसके आज भी अनजान है. और जिस घर में औरत की कभी इज्ज़त न हो, वो घर जिंदा होकर भी मुर्दों का शमशान है..... ©rahul Devke #हिंदी #hindi_poetry #maa #munnavarrana #NationalSimplicityDay Sakshi Dhingra Anshu writer