अभी पंख ही खुले हैं मेरे,अभी मुझे उडा़न तो भरने दो। लाखों-करोड़ों की इस भीड़ में, एक अपना नाम तो करने दो। उम्मीद की किरण मिली ही है, मुझे खुदपर ऐतबार तो करने दो। देर तक सोना मुझे पसंद नहीं, पूरे सपने हजा़र तो करने दो। जो चिंगारी सी हैं सपनों की मेरे, हवा उसे बेहिसाब तो करने दो। शान बनना हैं मम्मी-पापा की, गर्व उन्हें मुझपर एक बार तो करने दो। जहाँ मुझे देखकर मुस्कुरायें वो, हासिल वो मुकाम तो करने तो। किसी के लिए मिसाल बन सकूँ, ऐसा कुछ कमाल तो करने दो। अभी पंख ही खुले हैं मेरे,अभी मुझे उडा़न तो भरने दो। #Uddan #Dreams #motivationalpoem #poembyasthatiwari #BePositive #beHappy #staymotivated #NojotoWriter #Pleasefollowandsupport