1. दूसरे की दृष्टि से घटनाओं या वस्तुओं को देखने का प्रयास करना। 2.अपनी गलती को शीघ्र स्वीकार कर लेना। 3. दूसरे व्यक्तियों के विचारों के प्रति आदर की भावना होना। #भगवान #राम#से#सिखे