कि जिसको इश्क़ हो जाए, भला कैसे वो सोयेगी.. . कभी मुस्कायेगी छुप छुप, कभी तकिया भिगोयेगी... बड़े नादान हो तुम तो, ज़रा समझा करो बातें... गले मिलकर जो रोती है बिछड़कर कितना रोयेगी.... - अंकिता सिंह #evening #poetlove #AnkitaSingh