एक भीगी हुई सी रात मिले, उस रात में तेरा हाथ मिले, तेरे लब से टपकें जो बूँदे, उन्हें मेरे लबों का साथ मिले, कुछ तुम भी बहके-बहके से, कुछ मुझ पे नशा सा तेरा हो, हर पल में छाये मदहोशी, एक ऐसी रात हमारी हो, फिर तुम आओ मेरी बाहों में, मैं प्यार करू तुम्हे जी भर के, तुम मुझसे थोडा शरमा जाओ, शरमा के गले से लग जाओ, मैं जितना तुमको प्यार करूँ, तुम इतने ही बेताब हो जाओ, हमें प्यार के कुछ लम्हात मिले, एक भीगी हुई से रात मिले…