तेरा स्पर्श व एहसास मनरूपी समुद्र की तरंग को जगाता हैं, न हो जब तू मेरे पास तो याद बन आतिश-ए-इश्क बरसाता हैं, शिकवां-ए-बुताँ न रहा मानिंद,दरकार-ए-इश्क़ करे भी किससे? दिल-ए-अदालत में मेरा चश्मदीद गवाह ही पलटा जाता हैं। Challenge-8 #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #तेरा_एहसास 👔- सभी लेखक अपनी रचना 4 लाईन में लिखें । 👔- सभी ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल शाम 7 बजे घोषित किया जायेगा । 👔-धन्यवाद । #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with प्रेम लेखन