मन कागज की नाव मन मस्ताना, मन मतवाला मन तो है दुनिया से अन्जाना मन किसी की न सुने मन कभी न रूके करे वही जो मन चाहे समझ न आये ये क्या खोये ये क्या पाये मन बावरा दर दर भटके मन कागज की कश्ती जैसे चले... #isolatedhearts#mylines #my__thoughts😌