#OpenPoetry लगा कर आग शहर को ये बादशाह ने कहा: उठा है आज दिल में तमाशे का शोक बहुत, झुका कर सर सभी शाहपरस्त बोल उठे: हुज़ूर का शोक सलामत रहे, शहर और बहुत है । #hidaya