काली काली कोयलिया जव गीत खुशी से गाती है। तव तव जानेमन तुम्हारी याद वहुत तड़पाती है।। काली काली घटा उमड़ कर वादल जव वरसाती है। तव तव तेरी यादें मेरे दिल में आग लगाती हैं।।