सहर सजी है नूर ओढ़ कर, तेरा रंग नुमायाँ है मुझे अंधेरे क्या घेरेंगे, तू मेरा सरमाया है रात मेरी राहों में चलकर जुगनू ले कर आती है और चाँदनी खिली खिली सी मुझको राह दिखाती है जगमग जले चरागों से रौशन मेरा साया है मुझे अंधेरे क्या घेरेंगे, तू मेरा सरमाया है रहमत तेरी, मेरे इलाही, पानी पर मुझे चलाती है जब सहरा आतिश बन जाए, मेरी प्यास बुझती है जले जेठ से जब मौसम, तू सर पर मेरे साया है मुझे अंधेरे क्या घेरेंगे, तू मेरा सरमाया है और उफ़क़ एक वादा है, मुझ से तेरे मिलने का धुन कर सूफ़ सा रेशा रेशा एक दिन तुझ से सिलने का रूह मेरी तुझसे जब हामिल फिर माटी ये काया है मुझे अंधेरे क्या घेरेंगे, तू मेरा सरमाया है ~ तू मेरा सरमाया है @ उदासियाँ ©Mo k sh K an #उदासियाँ_the_journey #hope #prayer #sufi #tasavvuf #Beleif #Faith #mokshkan