प्रेम में डूबी अमृताएँ ! घर-परिवार छोड़ देती हैं किसी न किसी साहिर के पीछे मगर सबको मँझधार में इमरोज़ नहीं मिलते! जो कश्ती को साहिल तक खींचे... ♥️ Challenge-619 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।