होंठो पर हंसी और आंखे नम लिए बैठे है। इस छोटे से दिल में लाखों गम लिए बैठे है।। अश्क झूठ फरेब बेवफाई वगैरह- वगैरह । कहने को बहुत है लेकिन लब सिए बैठे है।। हाथों में खाली गिलास पकड़ रखा है हमने। और महफ़िल में अफवाह है हम पिए बैठे है।। हमें खबर ही नहीं कि कत्ल हुआ है हमारा। और कत्ल का इल्ज़ाम भी हम लिए बैठे है।। सोच रहे है कि तेरे इश्क़ की कीमत लगा दे। इसलिए खुद को नीलाम हम किए बैठे हैं।। 🖋 pawan m yadav 💔 05.11.2019 #pawanmyadav.....khayal