#IndiaFightsCorona साँसे सस्ती हैं, के दवाँ महँगी हैं जो फ्री थी कभी आज वों हवा महँगी हैं पैंसे का गुरूर आज टूट गया लगता हैं के खुदा भी हमसे रूठ गया मिन्नतें करता हूँ मैं, करता हूँ फरियाद भी होती नहीं असर शायद अब तों दुआँ भी महँगी हैं। साँसे सस्ती हैं, के दवाँ महँगी हैं जो फ्री थी कभी आज वों हवा महँगी हैं कौन हैं जिम्मेदार किसकि है गलती अब तों खुद से हि लोगों कि वफा महँगी है साँसे कब थम जाएगी, कुछ खबर नहीं हैं बेखबर बन कर सोंई है सरकारे लगता है अब तो हया भी मँहगी है । साँसे सस्ती हैं, के दवाँ महँगी हैं जो फ्री थी कभी आज वों हवा महँगी हैं Dil Se..........Written By Kunal.......... ©Kunal Thakur साँसे सस्ती हैं, के दवाँ महँगी हैं जो फ्री थी कभी आज वों हवा महँगी हैं पैंसे का गुरूर आज टूट गया लगता हैं के खुदा भी हमसे रूठ गया मिन्नतें करता हूँ मैं, करता हूँ फरियाद भी होती नहीं असर शायद अब तों दुआँ भी महँगी हैं।